MSP : मोदी सरकार ने बढ़ाई गेहूँ ,चना सहित 6 फसलों की MSP, किसानो को दिया दिवाली का तोहफा

MSP : मोदी सरकार ने बढ़ाई गेहूँ ,चना सहित 6 फसलों की MSP, किसानो को दिया दिवाली का तोहफा

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि 6 फसलों की एमएसपी MSP पर 300 रुपये प्रति क्विंटल तक का इजाफा किया गया है।वहीं फसलों की मार्जिन लागत में भी 50 फीसदी का इजाफा किया गया।

Papaya Farming: पपीते की खेती से तगड़ी कमाई, होगा लाखों का मुनाफा

Papaya Farming: पपीते की खेती

Papaya Farming: पपीते की खेती आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी हो सकती है। इसका कारण यह है कि पपीता एक उच्च मूल्य वाला फल है, जिसकी माँग वर्ष भर बनी रहती है। घरेलू बाजार के साथ-साथ, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी भारतीय पपीते की भारी माँग है। पपीता न केवल ताजे फल के रूप में बेचा जाता है, बल्कि इसका प्रयोग जूस, कैंडी, और अन्य प्रसंस्कृत उत्पादों के अलावा आयुर्वेदिक औषधियों और सौंदर्य उत्पादों में भी होता है।

PPR Vaccination : भेड़ और बकरियों में जानलेवा पीपीआर का टीकाकरण

PPR Vaccination

PPR Vaccination : PPR को पेस्ट डेस पेटिट्स रूमिनेंट्स (पीपीआर), जिसे भेड़ और बकरी के प्लेग के रूप में भी जाना जाता है। एक अत्यधिक संक्रामक पशु रोग है जो भेड़ और बकरियों में महामारी के रूप में फैल कर अत्यधिक नुकसान करता है । पीपीआर बीमारी में मृत्यु दर साधारणतया 50 से 80 प्रतिशत होती है, जो बहुत गंभीर मामलों में 100 प्रतिशत तक हो सकती है।

Mango Farming: आम की खेती से होंगे मालामाल

Mango Farming: आम की खेती से होंगे मालामाल

फलों का राजा आम (Mango) उपयोगी फल है , आम की खेती अमूमन सब जगह की जाती है। आम से आचार ,चटनी ,जैम ,जैली और सिरप आदि बनाए जाते है। यह विटामीन एव बी का अच्छा स्त्रोत है। इसके फल को खाया एवं ज्यूस के रूप में उपयोग किया जाता है जो बहुत ही स्वादिष्ट होता है। नई तकनीक से किसान Mango Farming: आम की खेती से होंगे मालामाल और अधिक लाभ कमाएंगे ।

Goat Farming : कम लागत में ज्यादा मुनाफा

Goat Farming : कम लागत में ज्यादा मुनाफा

Goat Farming : कम लागत में ज्यादा मुनाफा वाला व्यवसाय है बकरीपालन । जिसे बहुत कम लागत और छोटी जगह में भी सरलता से किया जा सकता है। बकरी को छोटे आकर के कारण आसानी से पाला जा सकता है । बकरीपालन को मुख्यता: माँस और दूध के लिए भूमिहीन , लघु और सीमान्त किसानों द्वारा पाला जाता है ।

किसानों के लिए सरकारी योजनाएं

किसानों के लिए सरकारी योजनाएं

किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए किसानों के लिए सरकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने और आय को बढ़ाने के लिए आवश्यक है कि किसान फसल उत्पादन और फसल की गुणवत्ता को बढ़ाएं। तभी जाकर किसानों की आमदनी बढ़ेगी। ऐसे में किसानों को इस समस्या से निकालने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाओं का संचालन किया जाता रहा है।

पशुपालन

पशुपालन

पशुपालन कृषि विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत पालतू पशुओं के भोजन आश्रय, स्वास्थ्य, प्रजनन  आदि का अध्ययन किया जाता है। आज के समय में पशुपालन जैसे – भैंस, मुर्गी, भेड़, बकरीपालन आदि एक बहुत ही उभरता हुआ व्यवसाय है। पशुपालन भी कृषि व्यवसाय की एक शाखा है जिसमे कई प्रकार के पशुओं को उनके दूध, अंडे व अन्य उत्पादों के लिए पाला जाता है।

बागवानी (Horticulture)

बागवानी (Horticulture)

बागवानी (Horticulture) शब्द की उत्पति ग्रीक के शब्दों से हुआ है, जिसका शाब्दिक अर्थ है उद्यान की खेती। बागवानी में फलों, सब्जियों, मशरूम, सजावटी फूलों और पौधों, मसालों, औषधियों फसलों का प्रमुख स्थान है जिसकी खेती करने से किसान को लाभ होता है। बागवानी को भविष्य की खेती भी कहा जाता है जो किसानों आय के साथ-साथ जीवनस्तर में भी बेहतर सुधार करता है।

खेती-बाड़ी (Agriculture)

खेती-बाड़ी (Agriculture)

हमारे देश भारत में खेती-बाड़ी (Agriculture) एक महत्वपूर्ण और प्रमुख कृषि गतिविधि है जो देश की आर्थिक विकास और जनसंख्या की पोषण आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। खेती से विभिन्न फसलों का उत्पादन, पशुपालन, मछली पालन, और सागरीक उत्पादों का उत्पादन शामिल होता है। भारत में खेती-बाड़ी (Agriculture ) बहुत सारे किसानों द्वारा छोटे स्तर पर अपनी जमीनों पर आधारित होती है। किसानों के पास विभिन्न प्रकार की जमीन, जल, और प्राकृतिक संसाधन होते हैं जिन्हें वे उत्पादन के लिए उपयोग करते हैं।